संतकबीरनगर: 20 दिन पहले मुंबई से लौटे शख्‍स ने तीन बेटियों को नदी में फेंका

आवाम ए अजीज हिन्दी साप्ताहिक 


सन्तकबीरनगर घनघटा मुम्बई से 20 दिन पहले घर लौटे एक शख्‍स ने अपने दोस्‍त के साथ मिलकर अपनी तीन बेटियों को जिंदा घाघरा नदी में फेंक दिया। घटना के बाद उसने अपने कपड़े फाड़ कर ब्लेड से शरीर पर चोट के निशान बनाकर तीनों बेटियों के अपहरण की झूठी खबर फैला दी।घटना संतकबीरनगर के धनघटा थाने के डिहवा गांव की है। घटना को अंजाम देने वाले शख्‍स का नाम सरफराज है। वह पेशे से ट्रक ड्राइवर है। मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की रात बेटी शना (उम्र 6 वर्ष), सबा (उम्र 4 वर्ष) और शमा ( उम्र दो वर्ष) की तबीयत खराब हो गई थी। इलाज के बहाने सरफराज तीनों को लेकर अपने दोस्‍त नीरज मौर्य के साथ घर से शनिचरा बाजार के लिए निकला।लेकिन डॉक्‍टर के पास जाने की बजाए रात में बिड़हरघाट से बेटियों को नदी में फेंक दिया। वापस अकेले लौटे सरफराज को देखकर उसकी पत्‍नी सदिरा खातून और मां मरिया खातून परेशान हो गईं। पूछने पर उसने बेटियों के अपहरण की झूठी कहानी बता दी।अपने परिवार और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन पुलिस को उसकी कहानी पर शक हो गया। पुलिस उसे लेकर अस्पताल पहुंची। वहां जांच में उसके शरीर पर कोई चोट नहीं मिली। सिर्फ शर्ट फटी मिली। कड़ाई से हुई पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद से स्थानीय गोताखोर नदी में शवों की तलाश में जुटे हैं। पुलिस ने सरफराज और उसके दोस्त को हिरासत में लिया है। एएसपी असित श्रीवास्तव ने घटना की पुष्टि की। उन्‍होंने बताया कि डिहवा निवासी सरफराज (उम्र 30 वर्ष) 20 दिन पहले मुंबई से लौटा था। रविवार की रात अपने एक दोस्त के साथ अपनी सात साल, पांच साल और ढाई साल की तीनों बेटियों को बाइक से लेकर बिडहर घाट पुल पर गया। पुल से ही तीनों बेटियों को जिंदा घाघरा नदी में फेंक दिया।



 


 


 


 


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