पिता के अंतिम संस्कार में नहीं गये सीएम योगी आदित्यनाथ, ये है वजह



  • लखनऊ, आवाम ए अजीज हिंदी साप्ताहिक




  1. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं अंतिम दर्शन न कर सका. 21 अप्रैल को लॉकडाउन के कारण अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले पाऊंगा.



  • पिता आनंद सिंह बिष्ट का 20 अप्रैल को हुआ था  निधन

  • निधन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पिता आनंद सिंह बिष्ट के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएंगे. पिता के निधन पर सीएम योगी ने एक खत लिखा. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई के कारण मैं अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाऊंगा. लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ जाऊंगा.


सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने खत में लिखा, 'पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख और शोक है. वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता हैं. जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम और निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया. अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी.'


आगे सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिखा, 'वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं अंतिम दर्शन न कर सका. कल 21 अप्रैल को लॉकडाउन के कारण अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले पाऊंगा.


लोगों से अपील करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'मैं सभी सदस्यों से अपील करता हूं कि लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अंतिम संस्कार में रहें. पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा.'


लंबी बीमारी के बाद पिता का निधन


किडनी और लिवर की समस्या के कारण काफी समय बीमार चल रहें आनंद सिंह बिष्ट का आज निधन हो गया है. 89 साल के आनंद सिंह फॉरेस्ट रेंजर के पद से रिटायर हुए थे. बीते 13 मार्च को उन्हें दिल्ली के एम्स में एडमिट कराया गया. कल उनकी हालत बिगड़ गई थी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. 20 अप्रैल को 10 बजकर 40 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली.


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पत्रकारिता जगत के पितामा को आखरी सलाम

मेजर ध्यान चंद स्पोर्ट्स कॉलेज सैफई इटावा में मनाया गया खेल दिवस

मोरबी हादसे में मरने वालों की संख्या 145, 70 घायल, 50 से ज्यादा अब भी लापता