5 अप्रैल का इतिहास

 




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आवाम  ए अजीज हिंदी साप्ताहिक


5 अप्रैल का दिन भी कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए इतिहास में दर्ज है। इनमें भारत के संदर्भ में पांच अप्रैल का दिन महत्वपूर्ण है।




दिल्ली :- इतिहास के पन्नों में साल के हर दिन घटी ढेरों अच्छी बुरी घटनाएं दर्ज हैं। 5 अप्रैल का दिन भी कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए इतिहास में दर्ज है। इनमें भारत के संदर्भ में 1930 में पांच अप्रैल का दिन महत्वपूर्ण है। इसी दिन महात्मा गांधी अपने समर्थकों के साथ नमक कानून तोड़ने के लिए डांडी पहुंचे थे। उसी तरह देश में आज फिर एक नया अलख जगेगा भारत के प्रधानमंत्री ने इस कोरोनावायरस को लेकर चिंता जताते हुए लोगों से अपील किया है कि 5 अप्रैल को रात को 9:00 बजे अपने घरों को रोशन करें दिए जलाएं और सारी लाइट बंद कर दे हो सकता हूं कहीं ना कहीं शान्ति की  किरण दिखाई दे


हिंदी फिल्म जगत में आकस्मिक मौत की घटनाओं की बात करें तो उनमें दिव्या भारती का नाम भी लिया जाता है। दिव्या की मौत भी 1993 को पांच अप्रैल के ही दिन हुई थी। देश दुनिया के इतिहास में पांच अप्रैल की तारीख पर कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का ब्योरा इस प्रकार है..


.5 अप्रैल की मुख्य मुख्य यादों का सफर


1659: मकसूदाबाद की लड़ाई में शुजा की हार।
1843: ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया ने हॉन्ग कॉन्ग को ब्रिटिश कॉलोनी में शामिल करने का ऐलान किया।

1908: भारत के पहले दलित उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम का जन्म।1919: आधुनिक भारतीय मर्चेंट शिपिंग की शुरूआत। सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी का 5,940 टन का पोत लिबर्टी अपनी पहली यात्रा पर रवाना हुआ।

1930: गांधी जी नमक कानून तोड़ने के लिए अपने अनुयायियों के साथ दांडी पहुंचे।1949: भारत स्काउट्स ऐंड गाइड्स की स्थापना।

1955: विस्टन चर्चिल ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया।

1961: सरकार के प्रायोजन वाली पहली फार्मासूटिकल कंपनी इंडियन ड्रग्स ऐंड फार्मासूटिकल लिमिटेड की स्थापना।

1964: मर्चेंट नेवी के लिए देश में पहली बार नैशनल मैरिटाइम डे मनाया गया।

1976: अमरीका के सनकी माने जाने वाले अरबपति हॉवर्ड ह्यूज़ का सत्तर वर्ष की आयु में एक विमान दुर्घटना में निधन।

1979: देश का पहला नौसेना संग्रहालय बंबई (अब मुंबई) में खुला।

1986: मुनि की रेती में हिलने वाले सबसे बड़े पुल शिवानंदझूला के निर्माण का काम पूरा।

1993: फिल्म अभिनेत्री दिव्या भारती का अल्पायु में निधन।

1999: मलेशिया में हेंड्रा नामक वायरस से बचाव के लिए 8 लाख 30 हजार सुअरों को जान से मारने के अभियान की शुरुआत की गई।


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