30 अप्रैल तक बढ़ाई पाबंदी लॉकडाउन बढ़ाने वाला पहला राज्य ओडिशा

भुवनेश्‍वर, सहयोगी  आवाम-ए-अजीज हिंदी साप्ताहिक ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लॉकडाउन अवधि को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। इससे पहले लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल तक थी। कोरोना वायरस संक्रमण की गंभीर स्थिति को देखते हुए पटनायक ने अर्थनीति पर मानव जीवन को तरजीह दिया है। इसके साथ ही केन्द्र सरकार से भी मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन अवधि को 30 अप्रैल तक बढ़ाने के लिए आग्रह किया है। 


भुवनेश्वर: देशभर में लागू 21 दिनों के लाक डाउन का आज 16वां दिन है. हालांकि जितनी तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उन्हें देखते हुए 15 अप्रैल से लॉकडाउन खुल जाएगा ये कहना काफी मुश्किल है. अब खबर आ रही है कि ओडिशा में लॉकडाउन को बढ़ाकर 30 अप्रैल तक कर दिया गया है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कैबिनेट मीटिंग में यह फैसला लिया है. लॉकडाउन की समय सीमा बढ़ाने वाला ओडिशा पहला राज्य है. 


सीएम ने केंद्र से 30 अप्रैल तक ट्रेन और हवाई सेवा शुरू नहीं करने का अनुरोध भी किया है. बता दें कि पीएम मोदी पहले ही साफ कर चुके हैं कि देशभर में एक साथ लॉकडाउन नहीं खोला जा सकता है. 


राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को कहा कि लॉकडाउन की समय सीमा 30 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है. सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में एक लाख लोगों पर रैपिड कोरोना टेस्ट किए जाएंगे. 


मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों को बंद के दौरान पूर्ण सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. सीएम ने कहा कि 3 महीने के लिए खाद्य सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थियों को भोजन प्रदान किया जाएगा. 


सीएम ने बताया कि 15 अप्रैल से ओडिशा के सभी जिलों में 6000 हजार आइसोलेटेड बेड सक्रिय होंगे. साथ ही राज्य रोजाना 1000 कोरोना मरीजों का टेस्ट करने में सक्षम हो जाएगा. 


कैबिनेट ने नौ प्रस्ताव पर लगायी मुहर 


राज्य कैबिनेट बैठक में नौ प्रस्ताव पर मुहर लगी है। इसमें कोरोना से मुकाबला करने के लिए भविष्य की रणनीति को लेकर प्रस्ताव, आपातकालीन कोष कानून में संशोधन के लिए प्रस्ताव, 1 लाख परीक्षण कीट संग्रह करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी, महामारी कानून में संशोधन जैसे प्रस्ताव कैबिनेट में पारित हुए हैं। 


ओडिशा सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में जहां से भी कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं, उस इलाके को तुरंत सील कर दिया जा रहा है। यही कारण है कि प्रदेश में अभी तक सामूहिक संक्रमण जैसी स्थिति सामने नहीं आयी है। हालांकि, आगामी दिनों में यह स्थिति उत्पन्न न हो राज्य सरकार एवं प्रशासन की तरफ से हर वह संभव कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोका जा सके। इसमें आज गंजाम जिला एक उदाहरण बना है जहां मात्र एक ही मरीज सामने आते ही उक्त इलाके को सील किया गया। वहीं, दूसरी तरफ जिले में घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण भी शुरू कर दिया गया है।


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